
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जयपुर
Updated Tue, 08 Dec 2020 10:34 AM IST
मतपत्रों की गणना करते कर्मचारी (सांकेतिक तस्वीर)
– फोटो : अमर उजाला
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ऐसे में मतगणना की ताजा स्थिति के मुताबिक अभी पंचायत समिति सदस्यों के प्रत्याशियों में कांटे की टक्कर चल रही है। दूसरी तरफ, जिला परिषद में कांग्रेस को बढ़त बनती हुई दिखाई पड़ रही है। अभी तक के नतीजों के अनुसार, पंचायत समिति में कांग्रेस 187, भाजपा 163 और बसपा को एक सीट पर बढ़त मिली हुई है। वहीं, हनुमान बेनीवाल की पार्टी का अभी तक खाता नहीं खुला है।
माना जा रहा है कि शाम तक नतीजे सामने आ जाएंगे। इस बार भी मुकाबला मुख्य तौर पर भाजपा और कांग्रेस के बीच ही है। हैदराबाद में हुए चुनावों के बाद इस चुनाव पर भी सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, पहले मतपत्रों की गिनती होगी और इसके बाद ईवीएम खोली जाएंगी।
राज्य निर्वाचन आयोग के प्रवक्ता ने बताया कि 636 जिला परिषद सदस्यों के लिए 1778 उम्मीदवार और 4371 पंचायत समिति सदस्यों के लिए 12663 उम्मीदवार चुनाव मैदान में है। उल्लेखनीय है कि जिला परिषद ओर पंचायत समिति सदस्यों के लिए चार चरणों में 23 नवंबर, 27 नवंबर, एक दिसंबर और पांच दिसंबर को मतदान हुआ था।
इस चुनाव परिणाम से यह स्पष्ट हो जाएगा कि राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में किस पार्टी की पकड़ मजबूत है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार द्वारा भाजपा पर लगातार आरोप लगाया जाता रहा है कि वह सरकार गिराने की कवायद में जुटी रहती है। ऐसे में यहां जिस भी पार्टी को जीत मिलेगी, सूबे में उसकी आवाज बुलंद होगी।
दूसरी तरफ, आज शाम तक चुनाव परिणाम आने के बाद पंचायत समिति प्रधान और जिला प्रमुख के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। कांग्रेस और भाजपा ने अधिक से अधिक प्रधान व जिला प्रमुख अपने बनाने को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस में कमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के हाथ मे है। वहीं भाजपा ने वरिष्ठ नेताओं को जिलों में प्रभारी बनाया है।