
दिलीप देवल पर हत्या के 6 केस दर्ज थे.
रतलाम में बीते 25 नवंबर की रात सैलून संचालक समेत 3 लोगों की हत्या और लूटपाट समेत कई मामलों में पुलिस को थी दिलीप देवल की तलाश. उस पर (Murder) के 6 मामले दर्ज हैं जिसमे 4 रतलाम में और 2 गुजरात के हैं.
DIG का कहना है आरोपी को सरेंडर करने के लिए कहा तो उसने पुलिस पर गोलियां चलाईं जिसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई तो आरोपी मारा गया. इस मुठभेड़ में 5 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं जिनमे 2 सब इंस्पेक्टर और 3 आरक्षक शामिल हैं.सभी को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
तिहरा हत्याकांड
25 नवंबर की रात हुए तिहरे हत्यकांड से रतलाम दहल उठा था. यहां रहने वाले सैलून संचालक 50 वर्षीय गोविंद सोलंकी, उनकी पत्नी शारदा और 21 साल की बेटी दिव्या की गोली मारकर हत्या कर दी थी. देव उठनी एकादशी होने के कारण शहर में पटाखे चल रहे थे, इसलिए आस-पड़ोस में रहने वाले लोगों में किसी ने गोली की आवाज़ पर ध्यान नहीं दिया. हत्या के बाद आरोपी घर में रखे नगदी और जेवर लेकर फरार हो गए थे. अगले दिन सुबह गोविंद के घर में ऊपर रहने वाली किरायेदार लड़की जब नीचे आयी तब उसने तीनों की लाश कमरे में पड़ी देखीं. लेकिन सीसीटीवी फुटेज की वजह से जल्द ही खुलासा हो गया कि इस हत्याकांड को दिलीप देवल और उसके साथियों ने अंजाम दिया था.
ऐसे हुआ एनकाउंटर
दिलीप देवल गैंग के 5 बदमाश पकड़े जा चुके थे सिर्फ दिलीप फरार चल रहा था. पुलिस को गुरुवार को सूचना मिली थी कि दिलीप खाचरौद रोड पर कच्चे रास्ते से जा रहा है. तभी पुलिस की STF मौके पर पहुंची. पुलिस ने दिलीप देवल को चेतावनी दी और उसे सरेंडर करने के लिए कहा. लेकिन दिलीप ने फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस की जवाबी फायरिंग में दिलीप को गोली लगी और उसकी मौत हो गयी. घटना की सूचना पर एसपी सहित पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया. इस घटना की तुलना लोग यूपी के बहुचर्चित विकास दुबे एनकाउंटर से कर रहे हैं.