
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़
Updated Tue, 08 Dec 2020 12:34 AM IST
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सार
- कांग्रेस सहित विपक्ष के प्रमुख राजनीतिक दल भी बंद को समर्थन देने का कर चुके हैं एलान
- पेट्रोल पंप भी रहेंगे बंद, सिर्फ आपातकालीन सेवाओं से जुड़े वाहनों को ही मिलेगा तेल
विस्तार
26 नवंबर से किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के बॉर्डर पर डटे हैं। केंद्र से भी पांच दौर की वार्ता बेनतीजा रहने के बाद अब नौ दिसंबर को केंद्रीय स्तर पर होने वाली वार्ता से पहले आठ दिसंबर को देशव्यापी बंद का एलान किया है। किसानों के आंदोलन को पूरे देश में समर्थन मिल रहा है।
पंजाब में किसानों का यह बंद सबसे ज्यादा असरदार रहने वाला है। इसके पीछे कांग्रेस सहित भाजपा को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों का भरपूर साथ मिल रहा है। पेट्रोल पंप एसोसिएशन के आह्वान पर सूबे के 3470 पेट्रोल पंप भी सुबह आठ से शाम पांच बजे तक बंद रहेंगे।
एसोसिएशन प्रधान परमजीत सिंह इसकी घोषणा कर चुके हैं। हालांकि, इस दौरान इमरजेंसी सेवाओं व उनसे जुड़ी गाड़ियों को पेट्रोल पंप से तेल मिलेगा। छोटे दुकानदार भी बंद के समर्थन में आ गए हैं। किसानों के इस आंदोलन को अब तक हरियाणा-पंजाब के अलावा यूपी, दिल्ली, ओडिशा, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, राजस्थान व तमिलनाडु के किसानों ने भी समर्थन किया है।
तीन बजे तक रहेगा चक्का जाम
देशव्यापी बंद के दौरान सुबह से अपराह्न तीन बजे तक चक्का जाम रहेगा। इस दौरान दुकानें और कारोबार बंद रहेंगे। पंजाब में सभी मंडियां बंद रहेंगी, लेकिन शादी के कार्यक्रमों को बंद से छूट दी गई है। एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं को छूट रहेगी।
अब बसपा ने भी दिया समर्थन
पंजाब में बसपा के प्रदेश अध्यक्ष जसबीर सिंह ने भी किसानों के बंद का समर्थन किया है। प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि बसपा पहले ही संसद में अपने 14 सांसदों के जरिए कृषि कानूनों का विरोध कर चुकी है। किसानों के समर्थन में पंजाब की बसपा इकाई द्वारा 14 सितंबर से छह नवंबर तक प्रदेश भर में रैलियां कर कृषि कानूनों के खिलाफ जनसमर्थन लिया गया है।