
राजमार्ग एवं परिवहन मंत्रालय ने समेकित सड़क दुर्घटना डाटा बेस (IRAD) एप तैयार किया है. इसमें पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में मध्यप्रदेश सहित 6 राज्यों को शामिल किया गया है. IRAD एप से दुर्घटनाओं का सटीक डाटा मिल सकेगा.इसका अध्ययन कर वो तमाम उपाय किये जाएंगे जिनसे एक्सीडेंट रोके जा सकें.
रोड एक्सीडेंट को रोकने में मिलेगी मदद
इस ऐप में डाटाबेस को तैयार करने का मकसद रोड एक्सीडेंट को रोकना है. जब सभी जगह के सड़क हादसों का डाटा एक जगह पर उपलब्ध होगा तो यह पता लगाया जा सकेगा कि किस जगह पर सड़क हादसे हो रहे हैं और इसकी वजह क्या है.एप उस घटना स्थल के फोटो और वीडियो भी तैयार करेगा.इससे दुर्घटनाओं का सटीक रिकॉर्ड उपलब्ध हो सकेगा. फिर उन कमियों को दूर किया जाएगा. इससे एक्सीडेंट प्रोन एरिया में एक्सीडेंट रोकने में मदद मिलेगी.
नेशनल डाटाबेस
एडीजी डीसी सागर ने बताया कि राजमार्ग और परिवहन मंत्रालय के सामने भोपाल से वर्चुअल IRAD एप का प्रजेंटेशन किया गया है. एप से सड़क दुर्घटना से संबंधित सभी जानकारी कलेक्ट की जा सकेगी. इस जानकारी से प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर सड़क दुर्घटना से संबंधित विभिन्न प्रकार के विश्लेषण किए जा सकेंगे.
11 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट
IRAD एप का पायलेट प्रोजेक्ट प्रदेश के 11 जिलों में 15 फरवरी से शुरू किया जा रहा है.IRAD एप में सड़क दुर्घटना की स्थिति में पुलिस, परिवहन, राजमार्ग, स्वास्थ्य और 108 एम्बुलेंस के साथ संबंधित एजेंसियों का डीटेल भी होगा. इसका उपयोग पुलिस और अन्य सड़क सुरक्षा संबंधी एजेंसियां कर सकेंगी.