
शिमला रोड पर स्थित हरियाणा के पिंजौर से पांडवों का इतिहास जुड़ा है। यहां कई ऐतिहासिक बावड़ियां हैं। लोगों में ऐसी मान्यता है कि इन बावड़ियों का निर्माण पांडवों ने कराया है। अज्ञातवास के अंतिम दिनों में पांडवों ने यहां 365 बावड़ियां खोदी थी। कहा जाता है कि पांडव हर रोज नई बावड़ी खोदते थे, क्योंकि उनको डर था कि कहीं कौरव किसी बावड़ी में जहर मिलाकर मार न दें।