
पढ़ें अमर उजाला ई-पेपर
कहीं भी, कभी भी।
*Yearly subscription for just ₹299 Limited Period Offer. HURRY UP!
ख़बर सुनें
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान-पूसा नई दिल्ली व चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र करनाल ने संयुक्त रूप से अनुसंधान कर मक्का की हाइब्रिड किस्म एचएम-4 को मेल स्टेराइल में परिवर्तित किया है।
अब तक भारत में जितनी भी मक्का किस्में बेबीकार्न के लिए इस्तेमाल की जाती हैं सभी परागण वाली हैं। बेबीकॉर्न उगाने के लिए मक्का के पौधे के ऊपरी हिस्से से फूल तुड़वाने में किसानों को श्रमिक लगाने पड़ते हैं। उनका अतिरिक्त खर्च आता है। यही वजह है कि किसान मेल स्टेराइल बीज पसंद करते हैं। यह विदेशों से आयात होता है लेकिन आयातित बीज महंगा पड़ता है।